Technology में हम कितना आगे बढ़ते जा रहे है

टेक्नोलॉजी ( प्रद्योगिकी ) का इतिहास हम इंसानो द्वारा बनाये गए उपकरणों और तकनीकी आविष्कारों का इतिहास है । टेक्नोलॉजी में हम चाहे अभी जितना आगे बढ़ गए है लेकिन इसकी शुरुवात एक छोटे पैमाने से हुआ था । आपको याद होगा की मोबाइल, फ़ोन, टीवी, रेडिओ, आदि का अविष्कार हुए कुछ ही वर्ष हुए है । जिनको हम जानते है हमने इसके बदलाव को अपने आँखो से देखा है परन्तु हमने बाकी हम इसके शुरू होने वाले सबसे पहले के शुरुवात हो हमने नहीं देखा है और न ही हमारे दादा, परदादा, ने देखा है । तकनीकी युग में भले ही हम अभी आधुनिक युग में आ गए है लेकिन पत्थर से औजार बनाना हो, या चक्के का आविष्कार, 1980 के दशक से निकला हुआ, या बनाया गया अविष्कार हो सब विधिया, निर्माण के कला सभी शामिल है । टेक्नोलॉजी नाम की शुरवात टेक्नी ग्रीक के शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है कला और शिल्प तथा लोगो के शब्द और वाणी होता है ।

आधुनिक प्रद्योगिकी में हम हर समय में दुनिया समय के साथ तरक्की करते जा रहे है । हम अपने ही बचपन को देखे तो हमें देखने को मिलेगा की हम पहले छोटे से मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करते थे जिसके बाद हमारे उम्र के साथ साथ मोबाइल का भी साइज बढ़ते गए .. हर वो चीज जो इंसान की जिंदगी को आसान बनती है वह टेक्नोलॉजी वाला ही है, जैसे पहले हम बैलगाड़ी का इस्तेमाल करते थे उसके बाद हम ट्रैक्टर का इस्तेमाल करने लगे यानि जो चीज इंसान के काम को आसान और सरल बनता है वो टेक्निकल सामान होता है । ऐसे तो देखा जाये तो सन 1980, एक ऐसा टाइम है जिस समय सारी दुनिया अपने अपने काम में आधुनिक सामन का इस्तेमाल करने में लग गए थे और टेक्नोलॉजी सामान का अविष्कार तेजी से होने लगा था लोग आधुनिक सामन को इस समय इस्तेमाल करने में बहुत ही इक्षुक और भाऊक थे । सभी लोग टेक्निकल सामानो को बहुत तेजी से अपनाने भी लगे थे । जिस कारण से टेक्नोलॉजी में हम तेजी से आगे बढ़ने लगे थे और टेक्नोलॉजी को बहुत अधिक बढ़ावा मिला जिसका नतीजा आज सभी को देखने को मिल रहा है आज हम बात करने के लिए फ़ोन, कपड़ा धोने के लिए वाशिग मशीन का उपयोग हो या खेती के लिए बैलगाड़ियों की जगह में हम ट्रैक्टर का उपयोग कर रहे हो सब में आज कल टेक्नोलॉजी ही शामिल है ।

तकनीकी क्षेत्र में उन्नति कही न कही से तो आने वाला था । आप ने खुद अपने आँखो देखा है कि दुनिया में जो काम 100 इंसान नहीं कर सकता है वो एक मशीन कर लेता है, समय के साथ हमारी दुनिया बहुत बदलने लगा है । दुनिया में एक लाइन बहुत ही मशहूर है यदि आप समय के साथ अपने आप को नहीं बदलोगे तो जब समय आपको बदलेगी तो बहुत ही तकलीफ होगा जो  बहुत हद सही है । आपने अपने दादा या परदाद से यह कहते हुए जरूर सुना होगा कि एक हमारा जमाना था जब सामान एक रुपये में आ जाता था अब आज का दौर जब आप बाजार जाओगे सामान लाने को तो हजार रूपए में भी आपकी सबजी के थैली नहीं भरेगा यानि समय कितना बदलता जा रहा है ।

टेक्नोलॉजी अब के समय में इतना आगे बढ़ गया है कि अब हम जो खबरे न्यूज़ चैनल में लोगो और न्यूज़ ऐंकर से सुनते थे । आज हम उसको ऐ आई कंटेंट के जरिये से लोगो तक पहुंचाया जा रहा है । टेक फिल्ड में भी बहुत अधिक लोगो को आगे बढ़ते हमने देखा है लोग आज टेक्निकल सामान को लेने के लिए बहुत हद तक आगे बढ़ते जा रहे है । अभी के सामने में हमने देखा है कि जो युवा है उन्होंने पुराने ज़माने में मिलने वाले घडी के आकर और डिज़ाइन को बहुत हद तक पसंद करना काम कर दिया और आज लोगो को हमने डिजिटल घडी का उपयोग करते हुए बहुत हद तक देखा है । क्या आप भी उन इंसान में शामिल है जो अपना सामान कीमती सामान और डिजिटल सामान को उस करने में बहुत इक्षुक रहते है तो आप भी एक बार डिजिटल घडी और डिजटल सामान का उपयोग करके देखिये फिर आपको पता चलेगा कि हम कितने आगे है, लेकिन डिजिटल सामन देखने में जितना अच्छा लगता है उतना ही खतरनाक भी हो सकता ही क्योकि टेक्निकल सामन नेटवर्क से कनेक्ट रहता है । आपको तो पता ही है कि हम यदि नेटवर्क से जुड़े हुए चीजों का इस्तेमाल करते है । इससे हमको बहुत इम्पैक्ट पड़ता है और हम शाररिक रूप से हमे कुछ ना कुछ नुकसान होने लगता है । आज हम कही भी चले जाये हमको आधुनिक सामन देखने को मिल ही जाता है जैसे आज कल ड्रोन कैमरा तो देख ही होगा क्या आपको पता है आज के ज़माने में बिना ड्रोन कैमरा का उसे हुए शादी फीका लगने लगा है । ड्रोन कैमरा कि आपको ख़ास बात बताये कि इस कैमरा का उपयोग पहले फिल्मो में हुआ करता था बाद में इसको सभी लोगो क्र लिए पब्लिक प्रोडक्ट बना दिया गया ।

टेक्नोलॉजी में अब हम इतना आगे बढ़ते जा रहे है कि हमारे कार, बाइक, स्कूटी और सायकल तक भी अब डिजटल फीचर्स के साथ आने लगे है, आज हमारी ज़िन्दगी को साथ साथ आसान बनाने का भी काम कर रहे है । आप सभी को याद ही होगा कि जब हमारे पास बाइक नहीं हुआ करता था । उस समय हम यदि हमारे दोस्त से मिलना होता था तो हम कितन दूर बिना बाइक के ही सायकल चला के अपने दोस्तों से मिलने को चले जाते थे, लेकिन अब हम अपने फ़ोन पर ही दोस्तों से वीडियो कॉल पर ही बात कर लेते है पर उनसे मिलने नहीं जाते है ।

दोस्तों जितना टेक्नोलॉजी हमें आगे बढ़ाते जा रही है उतना ही हम अपंग होते जा रहे कैसे हम आपको बताते है कि यदि आपको खाना बनाना न पढ़े और एक अप्प्स से ओडर करने पर आपके घर में आ जाये तो आप समझ ही सकते है कि लोगो को यदि सब कुछ घर बैठे ही मिल जाये और हमको कुछ न करना पढ़े मतलब हमारे लिए कितना खतरनाक है । इसलिए हम जितना आगे बढ़ते जा रहे है उतना ही अपने शरीर को परसानियो से घेर रहे है । आपको हम बता दे कि एक दिन ऐसा आ जायेगा कि लोग कुछ भी महेनत वाला काम नहीं करेंगे और हम केवल एक मशीन पर ही डिपेंडेंट हो जायेगे । ऐसा हमारे बच्चो के साथ न हो इसलिए हमें दोस्तों अपने बच्चो को डिजिटल दुनिया और गैजेट्स से थोड़ा दुरी बना के रखें पढ़ेगा । हम ऐसा नहीं कह रहे है कि डिजिटल समान बुरा है, लेकिन इसका उपोयग हम गलत तरीके से कर रहे है जिसके वजह से इसके कुछ नुक्सान और परेशानियों को हमें भुगतना पढ़ रहा है । हम आज टेक्नोलॉजी में जीतन आगे बढ़ जाये लेकिन अपने पिछले समय को हमें नहीं भूलना चाहिए कि जब टेक्नोलॉजी नहीं तब भी हम सुकून से अपने घर परिवार वालो के साथ हम अपनी ज़िन्दगी बिताते थे और यदि आज भी टेक्नोलॉजी एकदम से खत्म हो जाता है, तब भी हम अपनी ज़िन्दगी को किसी ना किसी चीज से मन को लगा के जी सकते है ।

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