भारत में व्यपार की शुरुवात कहा और कैसे हुआ है

भारत देश में व्यापर बहुत पहले से चल रहा है जिसका पक्का ज्ञान हम नहीं जान पाए है । यदि हम व्यपार के कुछ प्राचीन सम्बन्धो को देख जाये तो वैज्ञानिको को खुदाई के दौरान कई ऐसे अतभुत सिक्के और मुद्रा मिले है, जिनसे पता चलता है कि भारत देश में सदियों पहले से व्यपार चल रहा है । यदि हम सबसे पहले व्यपार प्राचीन भारतीयों ने मिस्र और रोम और अलेक्ज़ेंडर के साथ व्यपार किया तथा कई और अन्य देशो के साथ भी अपना व्यपार किया । हमें प्राचीन भारतयों और रोमन व्यपारियो के बीच व्यपार का सबूत या पता सिक्को के मिले अवशेषों से पता चलता है ।

भारत देश में व्यपार :-

भारत देश में अपने कारोबार को बढ़ने के लिए सरकार जो है आज आपको बहुत से छूट दे रही है लेकिन पहले ऐसा बिलकुल भी नहीं था । yadi aap apna naya kuch बिज़नेस भी करना चाहते थे तो पहले आपको बहुत से कानूनी कागजातों का सामना करना पढता और बहुत सारे बिसनेस तो ऐसे ही ख़त्म हो जाते शुरू होने से पहले ही जिसके वजह से आज जितना आसान है । उतना आसान पहले नहीं हुआ करता था, आज भले हम छोटा हो या बड़ा बिज़नेस कर सकते है ।

आज कल भारत देश में बिज़नेस करना आसान है और बहुत सारे विदेशो से भी लोग आज यहाँ पर इन्वेस्ट करना चाहते है और यह से बहुत बड़ी मोती रकम कमाई करना चाहते है । आप ने भी देखा होगा कि आज भारत देश के लोगो से ज्यादा तो दूसरे देश के लोग हमारे देश में पैसे इन्वेस्ट करने लगे है । भारत देश भी बहुत ज्यादा पैसे व्यपार करके कमाए जा सकते है जिसको दूसरे देश के इन्वेस्टर भी इस चीज को वह समझ रहे है । आप यदि भारत देश में कुछ काम के लिए या कुछ कम्पनी बनाना चाहते है तो आप यह बना सकते है और अपना बिज़नेस कर सकते है और बहुत सारे पैसे भी कमा सकते है । भारत में और पहले से ही कई सारी कंपनी है जो पहले से ही हमारे देश में अपना व्यपार चला रहे है । जैसे हीरो मोटर्स और महेंद्र जैसे बहुत से कंपनी है जो पुरे देश में अपना व्यपार फैलाये हुए है । जिसमे से हम रतन टाटा सर की कंपनी टाटा मोटर्स को कैसे भूल सकते है । यदि आप भारत में रहते हो और टाटा कंपनी को नहीं जानते हो तो आप कुछ भी नहीं जानते हो भारत देश के बारे में जानते होंगे ।

आप ने देखा होगा कि भारत देश आज से नहीं बलिकी बहुत पहले से व्यपार कर रहा है । हम पहले अपने आस – पास के देशो से पहले मसाले और कच्चे माल का सौदा करते थे, फिर हमें लगा कि नहीं यार हमें और कुछ का सौदा करना चाहिए । कच्चे माल का तो हमने किया ही साथ में लोहे के सामान, सोना, चांदी का भी हमने व्यपार किया । आज हमारे देश अंगेर्जो को हमारे देश तक हमारे यह के सोने कि चमक ने खींच लाया उन्हें यहाँ तक और हम पर उन्होंने राज भी किया वो भी ऐसे ही नहीं बल्कि बहुत क्रूरता से हम पर उन्होंने राज किया जिसका यह नतीजा हुआ कि आज हम जिसे आज तक भुगत रहे है । हमारे देश को जिसके बाद बहुत से गरीबी से गुजरना पढ़ा । हमारा देश भारत इतना आमिर होने के बावजूद बहुत से गरीब से गुजरा जिसकी वजह था । अंग्रेजो ने हमारे देश को इतना लूटा कि बताते है कि उस समय के अंग्रेज राज ने जब भारत देश को लूटना शुरू किया तो पता चला कि इसे ऐसे ही नहीं लूटा जा सकता क्योकि यह पर विशाल धन दौलत है जिसको लूटना इतना आसान नहीं है क्योकि इसको हमें लूटते – लूटते कई साल लग जायेगे । जिसके बाद उन्होंने एक प्लान बनाया कि इसको कैसे लूटा जाये, जिसके लिए उन्होंने एक मीटिंग किया जिसमे यह रास्ता निकला कि हमें विकास के नाम पर रेल लाना चाहिए और उसमे सोना चांदी हिरे मोती सबको भरकर ले जाना चाहिए करके, रेलगाड़ी को उन्होंने लाया और पुरे भारत देश के खजाने को लूट लिया

एक उस समय के लेखक लिखते है उस समय के गवर्नरन जरनल बताते है कि जब उन्होंने भारत देश को लूटना शुरू किया तो 200 से भी ज्यादा जहाजों में सोना और चांदी भर के विदेशो में ले जाया गया और वह लोग बताते है कि उस समय में इतना धन भारत देश से लूटा गया की जिनका हिसाब कर पाना रेगिस्तान में सुई ढूंढने के बराबर था । आज हमरा देश भारत जितना पहले आमिर था उतना ही आज गरीब होते चला गया सिर्फ कारण था । यदि आप कुछ भी कदम बिना सोचे समझे लेते है । इसका यही मतलब है कि आपको आगे चलकर बहुत से चीजों का सामना करना पढ़ेगा यदि उस समय के राजा महाराजा ने विदेशियों को भारत देश आने नहीं दिया होता और व्यपार करने का मौका नहीं दिया होता तो आज हमारा कीमती खजाना किसी और के हाथो में नहीं चला जाता और आज हम इस तरह के गुलाम नहीं होते अंग्रजो के ना ही हमारे इतने भारतीय भाइयो और बहनो को अपना जान गवाना पढता । दुनिया में हर चीज के पीछे कुछ ना कुछ स्वार्थ तो रहता ही है, दोस्तों बिना सवर्थ के कोई भी आपका साथ नहीं देगा । जिस तरह से बहार के विदेशी लोगो ने भारत देश में व्यपार करने का हाथ आगे बढ़ाया वैसे ही उन्होंने हमारे पीठ में छुरा भौख दिया । उनका इरादा भारत देश में व्यपार करना नहीं भारत देश को लूटना मकसद था । भारत देश व्यपार के मामले में कई और अन्य देशो से आगे था जैसे चीन, जापान, और नेपाल देशो से आगे था ।

भारत देश में व्यपार कि शुरुवात अपने आस पास के देशो से हुआ जिसके बाद समुद्र के रस्ते से और कई सारे देशो का खोज हुआ बाद में इन देशो से भी लेन – देन शुरू हो गया था । विश्व के कई देशो में भारत देश से ही मसाले का आयात और निर्यात होना शुरू हुआ । भारत का देन है मसाला विश्व भर में मसले का निर्माण केवल भारत देश में होता था, पहले के भारत के लोग जानते थे कि मसाला कैसे बनाया जाता है और इसको सब्जी में कैसे मिलाया जाता है । जिसके बाद हमारे खाने का स्वाद बढ़ जाता है हम अपने खाने को मजे से खा सकते है बिना मसले के सब्जी या किसी भी चीज को खाना ठीक नहीं है क्योकि इससे किसी भी चीज में मिठास नहीं आता है । जिसके बाद पुरे विश्व ने जाना कि खाने में मसाला मिलाने से खाना का माज ही कुछ और अलग होता है । जिसके बाद भारत देश ने मसाले का व्यपार पुरे दुनिया भर में किया और पुरे विश्व को भारत देश ने यह दिया और यही से पुरे भारत देश में मसलो का व्यपार की शुरुवात हुआ ।

भारत देश में व्यपार जो है दोस्तों सदियों से चला आ रहा है । आज से ही नहीं बल्कि बहुत पहले से ही हमारे देश भारत ने व्यपार करने की शुरुवात कर दिया था जिसको ज्यादातर लोग जान नहीं पाते है । आप को तो पता है, दोस्तों बिना किसी व्यपार या फिर लेन देन के शुरुवात हुए दुनिया नहीं चला सकती है ।

 

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