महाराजा मूवी के कहानी को जान के आपके होश उड़ जाएंगे । यह फिल्म बहुत जल्दी हमको सिनिमा घरो में देखने को मिल जायेगा, लेकिन इस फिल्म के आने से पहले हम इसके बारे में आप सभी को थोड़ा सा जानकारी देना चाहते है । आप सभी इस फिल्म के बारे में जान कर सब कुछ भूल सकते है, क्योकि यह फिल्म बहुत ही मजेदार होने वाला है । हमको ऐसा लगता है कि यह फिल्म बहुत ही जल्दी ब्लॉकबस्टर भी साबित हो सकता है आप सभी लोगो को इस फिल्म के बारे में पूरी जानकारी मिल जायेगा :-
इंडिया की सबसे मोस्ट डिस्टर्बिग तुम आज तक कौन सी देखी आपने जो भी नाम दिमाग में आया है उसको दोबारा भूलने की तैयारी कर लीजिए क्योंकि आज आपको 2024 की सबसे अंडररेटेड फिल्म के बारे में बताने वाली हूं जिसके बाद कल की पुष्पा केजीएफ सब कुछ छोटे बच्चे जैसा लगने लगेगा कम से कम एक हफ्ते तक आपका पीछा नहीं होता है महाराजा फिल्म का नाम काफी लोगों ने ऑलरेडी सुन रखा होगा तो कुछ पहली बार सुन रहे होंगे लेकिन प्रॉमिस है मेरा आपसे इसके बाद लाइफ में कभी भूल नहीं पाओगे अच्छा बेस्ट न्यूज़ का सिनेमा लवर यह है कि तुम थिएटर से हटके डायरेक्ट ओटीपी पर रिलीज हो चुकी है और बोनस यह की फिल्म हिंदी डबिंग में एंजॉय कर सकते हो आप बस एक छोटी सी वार्निंग जरूर देना चाहूंगी तो उनका सब्जेक्ट बाहर से जैसा दिखता हैनाटक है अंदर कुछ ऐसा छुपा है जो मेंटली डिस्टर्ब कर सकता है किसी नॉर्मल कंपनी की तरह एक दिन पुलिस स्टेशन में आता है एक आदमी बड़ी सी शिकायत लेकर चोरी के बारे में रिपोर्ट करनी है जिसने उसकी जिंदगी बदल दी कमाल की बात जानते हैं जो चीज चोरी हुई है उसको ढूंढ कर निकालने के लिए यह बताओ पुलिस ऑफिसर की पॉकेट में 5 लाख तक एक्स्ट्रा डालने को तैयार है अच्छा हुआ क्या है वह थोड़ा शॉर्ट में समझता हूं महाराज चलता है एक नॉर्मल हेयर सैलून और हर शाम की तरह दुकान बंद करके जब यह घर जाता है पीछे से कोई इसके सर पर अटैक कर देता है टोटल तीन लोग इसको याद है जिनकी शक्ल पहचान नहीं सकता क्योंकि बेहोश हो गया था चोर की वजह से लेकिन एक बात अच्छे से याद है तो कर को पकड़ने में काफी मदद करेगी तीनों में से जो में चोर है उसके पीठ पर एक कान है कैसे वह आप खुद देख लेना सिर्फ इतनी सी बात सुनकर आप चौंक गए क्याअरे अभी तो आपको यही नहीं पता कि इस बंदे के घर से चोरी क्या हुआ है जिसकी रिपोर्ट यह पुलिस के पास लेकर आया है एक डस्टबिन जिसका नाम है लक्ष्मी उसको ढूंढने के लिए यह बंदा पुलिस ऑफिसर को 5 लाख की घूस तक देने को रेडी है डस्टबिन में कोई सोना चांदी ड्रग कुछ नहीं छुपा है नॉर्मल स्टील का डस्टबिन है जिसने किसी जमाने में महाराज की बेटी की जान बचाई थी अब एक डस्टबिन किसी इंसान को मौत से कैसे बचा सकता है वह भी आपको खुद पता करना पड़ेगा सुन के अंदर लेकिन मैं आपको एक बात जरूर बताऊंगी फिर मैं सिर्फ महाराज नहीं एक चोर की कहानी भी साथ में चल रही है वह जो घर लूटने वक्त घर वालों के हाथ पैर बांधते उनकी आंखों के सामने किचन में घुसकर आराम से दो-तीन घंटे अपना फेवरेट खाना बनाता है और घर वालों के सामने बैठकर खाने के बाद उनको गोली मार के भाग जाता है अगर आप सिर्फ इतना सा सुनने के बाद एक खतरनाक खून के लिए खुद को रेडी कर रहे होबहुत क्लाइमैक्स के बारे में तो आप मुझे मत रोंगटे खड़े हो जाएंगे अपने किसी दूसरी फिल्में देखा होगा पिछले 5-10 सालों में ऐसा सीन जो पूरे इंडियन सिनेमा को नए लेवल पर लेकर जाता है टोटली अनप्रिडिक्टेबल फिल्म है महाराज इसके जैसा ना तो कुछ पहले देखा होगा और शायद दोबारा कभी देखा नहीं पाओगे वन सिंगल ओरिजिनल प्लीज एक चीज होती है दिमाग लगाना दूसरा ओपन एंडिंग से सबको कंफ्यूज करना लेकिन महाराज का क्लाइमेक्स ऐसा लगता है आंखों से बॉडी के अंदर ही घुस गया हो इतना ज्यादा डर इस फिल्म को देखने के बाद इसीलिए लगेगा क्योंकि कहानी सुनाने का तरीका बहुत नॉर्मल है लेकिन जो अंदर होता है वह भयानक है डरावना है ऐसा सिनेमा है सब कुछ बदल के कहानी को पर्सनल जैसा फील करने लगती है इतनी ज्यादा इमोशंसशायरी आपने किसी फोन को देखते टाइम एक्सपीरियंस किए होंगे जो आप महाराज के खत्म होने के बाद एक टाइम पर महसूस करोगे इतना खतरनाक ट्रांसपोर्टेशन किसी पंप का सिर्फ कुछ सेकंड में आज से पहले मैंने कभी नहीं देखा पर फिर भी रोने लग जाएगा ऐसा कुछ डाला जाएगा जबरदस्त सस्पेंस सिनेमा है जो बिल्कुल आखिरी सीन तक आपको एक परसेंट भी हिंदी लगे देगा कि एक्चुअली में किस बारे में है सब कुछ छुपा के रखा जाता है और जब लास्ट में सच बाहर आता है लिटरेरी पूरी फिल्म को देखने का नजरिया ही बदल जाता है इंडियन सिनेमा का सबसे पावरफुल मैसेज है महाराज अच्छा फिल्म वायलेंस और एक्शन भी है जो अचानक से बिना आपको वांट की एंट्री मारेगा किसी ह्यूमन बॉडी के साथ यह सब कुछ इमेजिन करना भी मुश्किल है विजय सेतुपति वर्सिज अनुराग कश्यप यह फेस ऑफ किसी ने सपनों में भी इमेजिन नहीं किया होगा और जब यह एक्चुअली में होता है आपको तेज करंट लग जाता है। अनुराग का सिर्फ किसी आरटीओ को साइको विलेन बन सकते हैं लेकिन खुद उसको अपना चेहरा देना यह चीज एकदम आउट ऑफ सिलेबस आ जाती है जिस तरीके से उनकी कहानी को महाराज से जोड़ा जाता है उनका लेवल वहीं पर पूरी तरह बदल जाता है डिस्टर्बिग शर्ट बहुत छोटा शब्द होगा उसके लिए विजय सेतुपति थे लीजेंड इन्होंने महाराज में जो किया है उसका 10% भी अगर हॉलीवुड में कोई एक्टर कर रहा था तो अपने साथ ऑस्कर की ट्रॉफी ले जाता एक इजी नॉर्मल सिनेमा को इंडिया की सबसे शॉकिंग फिल्में बदल देने का क्रेडिट सिर्फ इस चेहरे को जाएगा सबसे धोखेबाज एक्टर का अवार्ड उनके नाम लिखा जाएगा फर्स्ट सीन में वह लक्ष्मी की कंप्लेंट इन पुलिस स्टेशन से सीधा क्लाइमैक्स वाला प्रेजेंटेशन फिर मैं विजय सेतुपति की एक्टिंग पास देख सकते हो आप जिसमें 100 – 200 का करियर खत्म हो जाएगा इसके बाद किसी और एक्टर को इसे कंपेयर नहींकर पाओगे आप तो बहुत महाराज को मेरी तरफ से मिलेंगे 5 मिनट से पूरे सारे तारे एक्टिंग स्टोरी इमोशंस क्लाइमैक्स और लक्ष्मी का इस्तेमाल फिर नहीं जैकपोट है नेगेटिव में बस छोटी सी शिकायत यह है की फिल्म को स्पेशल बनाने के चक्कर में कहीं-कहीं पर कहानी थोड़ी अनकन्विंसिंग लगने लग जाती है फटाफट देख लो यह तुम अगर आपने नहीं देखी है इंडियन सिनेमा के लिए रिस्पेक्ट 10 टाइम्स इंक्रीज हो जाएगा ।
आप को इसके कहनी में कुछ पसंद हो या फिर न हो लेकिन यह पूरी तरीके से सभी से अलग स्टोरी को लेकर आ रहा है । जिसके वजह से इसके ब्लॉकबस्टर होने के भी बहुत ज्यादा भी संभावनाएं है । इसके अलावा भी आपको इसमें कुछ अलग लगा होगा तो आप बता सकते है, क्युकी आप जब तक दूसरे लोगो को इसके बारे में नहीं बतायेगे इसके बारे में लोगो को जानकारी कैसे मिल पायेगा, आपको यह कैसा लगा जरूर से बताये ।