Pushpa 2 और एनिमल मूवी को तो आप सभी लोगो ने देखा होगा, ठीक उसी तरह से एक फिल्म हम सभी लोगो को देखने को मिलेगा । मार्को मूवी जो कि एक मलयालम फिल्म है, जो कि अभी बहुत ज्यादा ट्रेंडिंग में चला रहा है । इस फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद ऐसा लगा रहा है । यह बहुत सारे फिल्मो का रिकॉर्ड तोड़ देगा ।
जो लोग मजाक उड़ाते हैं बाकी लोगों का जो किसी को देखकर डर जाते हैं या बीच में छोड़कर भाग जाते हैं तो वेलकम स्वागत है । आपका मार्को की दुनिया में मलयालम सिनेमा जो फेमस है, दिमाग खिलाने वाले एक्सपीरियंस के लिए वह इस बार दिमाग से थोड़ा नीचे आंखों पर असर छोड़ने वाला है, किसी ने एक्सपेक्ट नहीं किया था । इंडिया की इतनी छोटी सी फिल्म इंडस्ट्री से शायद पूरी दुनिया की सबसे भयानक फिल्म निकाल कर आएगी । जिसको देखकर टाइम हर किसी की आंखें बंद हो जाएंगे कल एनिमल हॉलीवुड फिल्म बोलते हैं ।
यह फिल्म हॉलीवुड के फिल्म को टक्कर दे रहा है :-
हॉलीवुड पंकज जो लोग वायलेट बोलते हैं तुम मन को उसे फिल्म का फाउंडर है । जहां यह बाकी मूवीस एडमिशन लेने आता है, जिसकी बोलो उसकी कसम खाकर बोल सकती हूं । ऐसा खून खराबा ऐसे आंख बाहर आने वाले सीन मैं आज तक अपनी लाइफ में कभी नहीं देखे थे और पता है मार्को स्पेशल क्यों है, क्योंकि इसमें हर एक सीन के पीछे का रीजन भी है सिर्फ एक्शन नहीं एक चालक कहानी जो लिख ली इस मरदार को जस्टिफाई करती है । आपको लगेगा यह एक्ट्रेस कहानी का में कैरेक्टर है और अगली ही इसी में उसका फिल्म से एग्जिट दी और किसी के साथ कुछ भी कहीं पर भी हो जाएगा । आप देखते रह जाओगे एनिमल जैसी फिल्म को देखकर जो लोग भड़क रहे थे मुझे नहीं पता वह मां को देखने के बाद थिएटर से बाहर निकल भी पाएंगे या नहीं खतरा है खतरा है बहुत इजी है कोई एक्शन सीन दिमाग में सोच लेना जैसे सामने वाले किसी इंसानका कान काट के देखना लेकिन उसको फिर मैं कैसे दिखाया जाए की लाइफ टाइम याद रह जाए यह मार्को का एक्स फैक्टर है स्पेशल वार्निंग देना बहुत जरूरी है । वह लाइन सुनी होगी आपने कमजोर दिल वाले ना देखे वह ऐसी फिल्मों की वजह से ही लिखी गई थी पता है ।
इस फिल्म की चीज नहीं मार्क्स ने वार्निंग डालकर समझा दिया था पूरी फिल्म में क्या होगा यूट्यूब पर सर्च करके पहले टीवीएस जरूर देख लेना अगर वह देख पाते हो तो ठीक वरना मार्को से हजार किलोमीटर दूर है ना मैं कंफर्म करती हूं फिल्म के मेकर सच बोल रहे हैं, कहानी शुरू होती है ।
मार्को फिल्म के पूरी कहानी क्या है :-
एक अंधे आदमी के मर्डर के साथ एसिड के टैंकर में डूबा के मर गया है । इसको वह भी तब तक जब यह आखरी सांस ले रहा था । पुलिस को जब यह बॉडी मिलती है तो उसमें कुछ भी ऐसा बच्चा नहीं था । जिससे आप बोल सको यह कोई इंसान होगा कहां एसिड की एक बूंद और कहां 100 लीटरका टैंकर लेकिन डरने वाली बात यह मर्डर नहीं है । असली डर उसे फैमिली की वजह से है, जिसके साथ यह अंधा आदमी जुड़ा हुआ था शहर का सबसे खतरनाक आदमी गैंगस्टर का फादर और जानते हो इतना डर इन्होंने बनाया कैसे एक पालतू कुत्ते की वजह से पेट एनिमल जो उनकी फैमिली की रक्षा करता है । मन को की बात कर रही हूं मैं मार्को को फिल्म में कुत्ता क्यों बोला गया उसके दो रीजन है, पहले इसको फैमिली में वैसे ही लेकर आए थे जैसे आप किसी डॉग को अडॉप्ट कर लेते हो बिना सोचे समझे दूसरा फिल्म मार्को की एंट्री कुत्ते के साथ होती है । जहां मन को खुद बताता है कि वह डॉग लवर है और उसके अगले सीन में अपने हाथों से उसे कुत्ते का मुंह दो टुकड़ों में फाड़ देता है, सिर्फ इतना सुनकर फिगर तो नहीं हो गए अभी तो पूरे 2 घंटे की फिल्म देखना बाकी है जिसमें मार्को का रियल करैक्टर आपके होश उड़ा के रख देगा ।
हीरो विलेन की केटेगरी से बहुत ऊपर की चीज है । आप मोरल साइंस में फिट नहीं कर सकते सोचो अपनी फैमिली का बदला लेने के लिए किस हद तक जाएगा बट जो चीज मार्को को खास बनाती है । वह है फिल्म में स्ट्रांग नेगेटिव कैरेक्टर्स यह लोग कौन है मैं नहीं बताऊंगी बट क्या-क्या कर सकते हैं । उसका सैंपल बताओ अगर बिना परमिशन अपने गलती से इनका हाथ लगा दिया तो चैंस देखा है । उसका इस्तेमाल आपके हाथ पर होगा जो बाद में आपके दूसरे हाथ में होगा हां बिल्कुल सही मार्को वर्सेस विलेंस यह फेस ऑफ जितना आप सोच रहे हो उससे भी 100 या फिर हजार गुना डरावना होने वाला है ।
क्या आपको मार्को फिल्म देखना चाहिए :-
जिनको ब्लड बाद खून में नहाना बोलना गलत नहीं होगा सच में मार्को का क्लाइमेक्स एक नया बेंचमार्क सेट कर देता है, पूरे इंडियन सिनेमा में एक्शन वायलिन मूवीस के लिए जिसको मैच करना अब संदीप मांगा का सपना होगा । जितना बोलो उतने की शर्त लगा सकती हूं मैं मार्केट क्लाइमेक्स में 10 – 15 साइंस ऐसे हैं । जो बॉलीवुड टॉलीवुड हॉलीवुड किसी ने आज तक सोच भी नहीं होंगे हमेशा ऐसा होता है ना लीड एक्टर के पीछे खड़े कैरेक्टर्स एकदम सेफ लगते हैं । मन बच्ची जाएंगे किसी तरीके से मार को उसे चीज को सड़ने में बदल देती है । लिटरेरी क्लाइमैक्स को सोने वाला इंसान नहीं हो सकता और आंखें खोलकर उसको देखने वाला भी नॉर्मल इंसान नहीं हो सकता डिस्टर्बिग बोलना बेइज्जती होगी ज्यादा मजा फिर में इसलिए आता है, क्योंकि एक्शन सींस को आपस में जोड़ रही है एक चालक कहानी क्राइम जिसका सस्पेंस आपको पकड़ के रखेगा फिल्म जिस तरीके से स्टार्ट होती है । एक अंधे आदमी को कोई क्यों मारेगा वह भी इतने डरावने तरीके से जैसे यह चीज खुलने लगते हैं, फिल्म का लेवल भयानक हो जाता है । वह ऑलरेडी बता चुकी हूं आपके मन को एक प्रेजेंटेशन बेस्ड सिनेमा है सीन क्या है । उससे ज्यादा मैंटर करता है सीन दिखाया कैसे गया है पहली बार मुझे ऐसा फील हो रहा है कि मैं उतना बिल्ड अप बना नहीं पा रही हूं । इस फिल्म के में कैरेक्टर का जितना यह एक्चुअली डिजर्व करता है स्पीचलेस सिनेमा है और हां फिल्में रवि बस रूट का म्यूजिक है । वही मास्टरमाइंड जिन्होंने केजीएफ के हर दिन को मामूली से खास बना दिया था । यह मार्ग में इनकी म्यूजिक की वजह से थिएटर में लिटरेरी ऐसा फील होगा, आपको तुम जिंदा लोगों के साथ में डेड बॉडीज के साथ देख रहे हो सब एकदम जो अभी आप बेस्ट न्यूज़ यह है मन को हिंदी डबिंग में भी रिलीज की गई है । इसलिए एक्शन के साथ इमोशंस भी अपनी लैंग्वेज में फुल कर पाओगे, आप फिल्म को 5 में से चार तारा मिलने वाले हैं पहले क्राईम थ्रिलर कहानी दूसरा कहानी दिखाने का तरीका तीसरा लाइफ का सबसे डरावना एक्शन फुल एक्सपीरियंस और चौथा कमल का क्लाइमेक्स जिसमें लीड एक्टर और नेगेटिव करैक्टर दोनों की परफॉर्मेंस सुपर ह्यूमन लेवल पर चली जाती है । नेगेटिव में बस एक शिकायत है फिल्म की कहानी स्टार्ट बहुत यूनिक तरीके से होती है, लेकिन एंड तक आते-आते स्टोरी के साथ ज्यादा एक्सपेरिमेंट नहीं करती है । एक अनएक्सपेक्टेड ट्विस्ट की थोड़ी सी कमी फुल होगी ऐसा रोल जो ऑडियंस के भरोसे के साथ चीटिंग करें वह फिल्में मिसिंग है बस प्रॉमिस करती हूं । मैं आपके मन को जैसा थिएटर एक्सपीरियंस लाइफ में कभी नहीं देखा होगा और शायद दोबारा देखने को भी ना मिले जहां भी टिकट मिल जाए फटाफट देखकर, आओ बिना सो के समझे अगर यह वाली फिल्म रिलीज नहीं हुई तो एक दूसरी फिल्म है यूआई उसका रिव्यू देखो दिमाग के तोते उड़ जाएंगे ।