Gadar 2 a hit or a flop

ग़दर 2 (gadar 2) फिल्म की पूरी कहानी आईए जानते हैं

देखो यार सुबह-सुबह गदर टू देख कर आई हूं मैं और यकीन मानिए फूल जैसी सोची थी बिल्कुल भी नहीं है 22 साल पुराना रिश्ता है लोगों का स्कूल के साथ इसलिए रिव्यू वगैरा से उसको घंटा फर्क नहीं पड़ने वाला लोग तुम देखेंगे चाहे कुछ भी हो लेकिन उसे 22 साल के इंतजार का गलत फायदा उठाना और पब्लिक को फोन के नाम में गद्दार लिखकर चूना लगाना दिल से बुरा लगता है यार बिना आपका टाइम वेस्ट किया सीधा 12 पॉइंट बताती हूं जिसके बाद खुद फैसला कर लेना तुम देखने जाना चाहिए या फिर नहीं जाना चाहिए।

1. यह फिल्म बहुत मजेदार बन सकती थी क्योंकि 1971 जो टाइम सुना इन लोगों ने उसे वक्त पाकिस्तान को तोड़कर बांग्लादेश ने जन्म लिया था दुनिया की नक्शे पर लेकिन जैसा गदर में था कि तुम ओरिजिनल इंसिडेंट से भेज दी और इंडिया-पाकिस्तान की पार्टीशन में से कहानी तैयार कर दी थी इन लोगों ने ग़दर 2 में वैसा कुछ भी नहीं है इस बार तुम पॉलिटिकल एंगल से जीरो है सिर्फ फैमिली ड्रामा भरा पड़ा है अंदर बाप बेटा और सपोर्टिंग पाकिस्तान इंडिया बांग्लादेश वाला ट्रायंगल जीरो इस्तेमाल किया इन लोगों ने तो कहानी सनकी एकदम ठंडी है कुछ भी नया नहीं है ।

2. गदर में हम लोग सनी देओल की फैन कैसे बन गए थे बताइए मैं बोलूं उनके डायलॉग और उसे डायलॉग को बोलने का तरीका एक-एक शब्द सीधा कानों से दिल दिमाग तक पहुंचता है अब सोचो सनी देओल से उनके डायलॉग छीन लिए जाए पूरी तरह सिर्फ हर दिन उनको जोर से चिल्लाने को बोला जाए कोई सेंस बनेगा इस शोर शराबी का गदर 2 की राइटिंग बहुत खराब है इसलिए डायलॉग उसको छोड़ो आप नॉर्मल कन्वर्सेशन भी बहुत खराब है।

3. ग़दर 2 के साथ जिस बात का सबसे बड़ा डर था वह सच हो चुका है कुछ लोगों ने बोला था ना कि डायरेक्ट से आपके पास वाकई कोई कहानी है बताने को या फिर सिर्फ अपने बेटे के करियर को बचाने का बहाना है दूसरा वाला ऑप्शन एकदम सही निकला दिल पर पत्थर रख के बोल रही हूं इस बात को मैं फर्स्ट ऑफ पूरी तरह उत्कर्ष शर्मा को दिया गया है जबकि सेकंड हाफ में सनी देओल को याद किया जाता है अगर आप ऐसा खर्च कर रहे हो सनी सर के नाम पर तो भैया 50% वापस मांगने का हक बनता है आपका डायरेक्ट से यही से निकलता है ।

4. प्लीज द 50% फोन का हिस्सा दिया गया इन दोनों नए कैरेक्टर्स को वह सबसे ज्यादा वर्स्ट पार्ट है इस पूरी फिल्म का कोशिश हुई थी पूरी तरह सकीना वाली लव स्टोरी को रिपीट करने की लेकिन निब्बा निब्बी वाला लव एंगल ज्यादा बन गया जिसको देखकर इश्क मोहब्बत नहीं सिर्फ और सिर्फ नींद आएगी आपको ऐसा क्यों हुआ उसका जवाब उसकी हैडलाइन है ।

5. ओवर एक्टिंग और सिर्फ एक काम करो फिर से आप सनी देओल को थोड़ी देर के लिए हटा कर देखो तो बाकी जितने भी लोग अंदर दिख रहे हैं सब में जीत और मेहनत से ओवर एक्टिंग की है आपस में कंपटीशन कर रहे हैं कौन कितनी ओवर एक्टिंग करेगा ऊपर मैंने आपको बताया राइटिंग तो खराब है इसीलिए डायलॉग वीक है लेकिन जिस तरह यह लोग इनको बोलते हैं वह हमको और ज्यादा नुकसान पहुंचता है ।

Gadar 2 so successful

6. ग़दर में हम जी तारा सिंह से मिले थे वह हाथ पैरों की लड़ाई में विश्वास रखता था इसीलिए उसका एक्शन रो नेचुरल मासी लगता था जिसकी वजह से सनी देओल खतरनाक था लेकिन ग़दर 2 के एक्शन सीन टोटली एवरेज है कोई एक भी सीन में आपको पुराना वाला तारा सिंह नहीं मिलेगा सिर्फ एनीमेशन और वीएफएक्स के दम पर गाड़ियां हवा में उड़ना है इसको गदर नहीं बोलते हैं।

7. एक अच्छा काम से डायरेक्टर साहब ने किया वह पुराने गानों से छेड़छाड़ ना करना जैसे की तैसी वही पुराने गाने से सिंगर एवं लिरिक्स में एक-एक शब्द भी बिल्कुल जैसे का तैसा इनको सुनकर पुरानी वाली फोन के साथ जो यादें जुड़ी है लोगों की वह बार-बार दिमाग में चलांग मरती है लेकिन बस जो नए गाने जबकि नई वाली फिल्म पुरानी वाली गदर के कंपैरिजन में 10% भी नहीं है ऐसा मैंने इसलिए बोला क्योंकि गदर में मौजूद हर कैरेक्टर के पास एक रीज़न था उसे कहानी में शामिल होने का किसी को जबरदस्ती नहीं डालाना था

8. जबकि इस बार ग़दर 2 फुल कम और रोजगार योजना ज्यादा लग रही है मुझे अपने रिश्तेदारों को कम देने के लिए गदर जैसी उनकी लिगसी के साथ कंप्रोमाइज करना बहुत पाप लगेगा पक्की बार कोई भी कहीं सेउनकी फिल्में चला आ रहा है चाहे फिर उसकी कहानी में होना जरूरी है फालतू के कैरेक्टर से सारे के सारे और सबसे ज्यादा फालतू है

9. अपनी ग़दर 2 का विलन भाई एकदम अनवांटेड कैरेक्टर कहां आप उम्मीद लगा रहे थे की अमरीश पुरी कर के बगल में खड़े होने वाला कोई कैरेक्टर तैयार किया जाएगा ग़दर 2 में हकीकत में इस फिल्म का विलन ऐसा लग रहा है अपने कैरेक्टर का मजाक उड़ा रहा है मतलब कॉमेडी ज्यादा बना दिया एक्शन काम जो फेस ऑफ होना चाहिए था तारा सिंह का पाकिस्तान के अंदर घुस के एक बराबरी के विलयन से वह शेर वर्सेस बकरी की लड़ाई बनके रह गई इसीलिए तो फूल और होती है ना तो आपको फीलिंग आएगी नहीं की तारा सिंह को जरा सी भी दिक्कत हुई पाकिस्तान के अंदर नहीं बन जाता यह सबसे बड़ा सबक मिलेगा बॉलीवुड के डायरेक्टर्स को राइटिंग एक्टिंग और कहानी जरूरी होती है

10. आप लोग सुनना चाहते हो गदर2 के बारे में अच्छी बात पॉजिटिव सनी देओल और उनकी लास्ट के 15 मिनट बस यही वह चीज है जिसकी वजह से आप फोन की टिकट का पैसा बर्बाद नहीं समझोगे यहां पर क्लासिक सनी देओल का तारा सिंह अवतार नजर आएगा थोड़ा देर से आएंगे और कामदेव के लिए आएंगे लेकिन सामने वाले का कांड जिला कर जाएंगे एक अच्छा मैसेज देने की भी कोशिश की है सनी देओल ने उनके क्लाइमेक्स में जिसको सुनकर शायद कुछ लोगों को मिर्ची लग जाए लेकिन तारा सिंह की बात सुनाई पड़ेगी ।

Shehzada a hit or flop

11. अमीषा पटेल का स्कूल में होना ना होना एक बराबर है मतलब जी सकीना की वजह से पूरी गदर की शुरुआत हुई वह गायब है अधूरी है तारा सिंह के बिना ठीक भी तो अधूरे हैं अपनी सकीना के बिना इस जोड़ी को अपने रिप्लेस कर दिया इन दोनों नए एक्टर से जिनका प्यार एकदम बनावटी है

12. ग़दर 2 में इमोशंस में फिलिंग्स नहीं है यार गदर के साथ हम कनेक्ट कर गए थे जैसे मानो रियल लाइफ पार्टीशन को आंखों से लाइव देख रहे हैं हम एक लड़की जिसको जान पर खेलकर एक आदमी पूरी दुनिया से बचाता है खतरनाक नरेशन था जिसने इंडिया पाकिस्तान वाला एंगल कम कर दिया एक-एक सिंह को सेलिब्रेट किया था लोगों ने उसे टाइम और इस बार भी से यही चीज करना चाहते थे लेकिन मार्क्स ने मौका ही नहीं दिया ग़दर 2 में से अगर आप हैंडपंप को हटा दोगे ना तो एक भी चीज ऐसी नहीं है जिसके लिए सीढ़ियां तालियां बजाने का मन करेगा जीरो सेलिब्रेशन ना किसी के जीतने की खुशी है और ना किसी के हारने का दुख बस यही पर गदर टू अपने मकसद में पूरी तरह फेल हो जाती है अब यार मैं जी सच में से ग़दर 2 को देखा उसने परफेक्ट किसी भी एंगल से नहीं है बाकी आपका ओपिनियन कुछ और भी हो सकता है मेरी तरफ से दो तारा सनी देओल की स्क्रीन प्रेजेंट और दूसरा क्लाइमैक्स के आखिरी 15 मिनट नेगेटिव में सबसे बड़ी कमजोरी है उनकी राइटिंग पुर डायलॉग दूसरा नए कैरेक्टर्स की जबरदस्त ओवर एक्टिंग और तीसरा जरूरत से ज्यादा लंबे साइंस जो ज्यादा खराब इसीलिए लगेंगे क्योंकि मैं फिलिंग्स और इमोशंस 22 साल वाले एकदम गायब है सॉरी दिल से एक बात बोलूं मार्क्स को ग़दर 2 बनानी नहीं चाहिए थी उसे उनकी इज्जत को बर्बाद कर दिया खुद अपने हाथों से बाकी आपको मूवी कैसा लगा नीचे कमेंट करके जरूर बताएं ।

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